विश्व गुरु बसवेश्रर के जीवन में आनेवाले महत्व की घटनाएँ अंग्रेजी इ. में
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१. जन्म 1134 आनंदनाम संवत्सर वैशाख मास के तीसरे दिन, रोहिणी नक्षत्र माता मादालांबिका,
पिता-मादरस ।
२. यज्ञोंपवीत का निराकरण, घर से निर्गमन - 1 1 4 2
३. 21वीं उम्र में मंगलवेढे के लिए कूडलसंगम से निर्गमन श्रीमुख संवत्सर में 1153
४. मंगलवेढे से कल्याण को प्रयाण- 1160
५. अनुभव मंडप की स्थापना - 1169
६. चन्नबसवण्णा का जन्म - 1172
७. अल्लमप्रभु - सिद्धराम का आगमन - 1185
८. प्रभुदेव का पीठारोहण - 1185
९. प्रभुदेव से चन्नबसवण्णा को अधिकार का हस्तांतर - 1195
१०. बसवेश्वर कल्याण से निर्वासित होकर कल्याण से निकलना फाल्गुण द्वादशि 1196
११. शरणों को पेट के बल खींचवाना फाल्गुण चतुर्दशी 1196
१२. बिज्जल का वध, पूनम के दिन - 1196
१३. साहित्य के साथ शरणों का निर्गमन पूनम् के अगले दिन - 1196
१४. कूदृलसंगम में लिंगैक्य, श्रावण सुद्ध पंचमि - 1196
१५. चन्नबसवण्णा का, 12000 शरण समूह के साथ उळवि पहुंचना- नलनाम संवत्सर वैशाख बहुल
बिदिगे बुधवार - 1196
१६. चन्नबसवण्णा का लिंगैक्य- कार्तीक मास, पूनम् के दिन - 1196
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