पूर्ण नाम: |
एकोरामेश्वरलिंग |
वचनांकित : |
एकोरामेश्वरलिंग |
आप सुखी हो तो, लिंग प्रसन्न हो ऐसा चलना;
आप सुखी हो तो लिंग प्रसन्न हो ऐसा बोलना;
निंदा न करो, परनिंदा न करो,
कोई साथ रहे, या न रहे,
खूद सखी हो तो, काफी है।
एकोरामेश्वरलिंग के सत्य को जान ले तो।
खूब फले धान की बाली जैसा होना चाहिए शरण को! (2219) [1]
‘एकोरामेश्वरलिंग' वचनांकित में रचनेवाले का पता नहीं। एक मात्र वचन प्राप्त है। उसमें शरणों की स्थिति का वर्णन किया गया है।
References
[1] Vachana number in the book "VACHANA" (Edited in Kannada Dr. M. M. Kalaburgi), Hindi Version Translation by: Dr. T. G. Prabhashankar 'Premi' ISBN: 978-93-81457-03-0, 2012, Pub: Basava Samithi, Basava Bhavana Benguluru 560001.
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