पूर्ण नाम: |
ईश्वरी वरद चेन्नराम |
वचनांकित : |
ईश्वरी वरद चेन्नराम |
ढेर सारा सोना, हजारों रानियाँ, महान राज्य, पाने पर भी,
यह शरीर मिटनेवाला है - यह सत्य है।
इसका मोह छोड़कर
ईश्वरीय वरद चेन्नराम रूपी, लिंगदेव में मन लगाए तो,
आगे चलकर भला होगा, देखो भैय्या! (2217) [1]
'ईश्वरी वरद चेन्नराम' वचनांकित में रचा एकवचन मिला है। परंतु इसके रचनाकार का नाम अज्ञात है। इस वचन का लक्ष्य वैराग्यबोध है।
References
[1] Vachana number in the book "VACHANA" (Edited in Kannada Dr. M. M. Kalaburgi), Hindi Version Translation by: Dr. T. G. Prabhashankar 'Premi' ISBN: 978-93-81457-03-0, 2012, Pub: Basava Samithi, Basava Bhavana Benguluru 560001.
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