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मादार धूळय्या (1160)

पूर्ण नाम: मादार धूळय्या
वचनांकित : कामधूम धूळेश्वर
कायक (काम): मोची (Cobbler)

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तेजधार तलवार पकड़ा क्या रणभूमि से डरेगा?
मलत्रयविदूर क्या किसी के पक्षपात में पड़ेगा?
शिव को देखकर, अविरल को समझकर
श्रुत, दृष्ट, अनुमानों को पार, फिर
पूजा अर्चना करके, देखने का भ्रम वह भाव उस पार रहा,
कामधूम धूळेश्वर इस पार रहा हैं। / 1933 [1]

मोची का कायक करते थे। उनके पिता कक्कय्या थे और माता नुलिदेवी। दारुकि उनकी पत्नी थी। इनके जीवनवृत्त से पता चलता है कि इन्होंने एक ब्राह्मण के (कुष्ट रोग) कोढे को दूर किया था। धूळय्या ऐसी निष्ठावान शिवभक्त थे जिन्होंने अपने कायक के द्वारा ही शिव का साक्षात्कार कर लिया था। ‘कामधूम धूळेश्वर' वचनांकित के इनके 106 वचन प्राप्त हैं। उनमें कायक का महत्व

आध्यात्म से प्राप्त शरीर,
व्याधिग्रस्त होने से पहले ही,
शीघ्रातिशीघ्र ईश्वर का भजन करो;
देहधर्म पर किसी का बस नहीं चलता,
देव दानव मानव किसी को भी,
कोई न कोई व्याधि, जकड़ सकती है,
‘तेन विना तृणमपि न चलति'’
इस कारण, दिन बीतते जाते हैं, यह जानकर
कामधूम धूळेश्वर को प्रसन्न करने आकर
अपने को मत भूलो। / 1934 [1]

पुष्प में निहित सुगंध जैसे,
रसिक के मन के मोह जैसे
केश में निहित कोमलता जैसे
जानकर, आत्मसात् करना होगा,
दुविधा दूरकर परिपूर्ण होने पर,
विभिन्न मतमार्ग का मालिन्य क्यों
हे कामधूम धूळेश्वर ? / 1935[1]

तिल में छिपा है तैल, फल में छिपा है रस
सुवर्ण में भरा है वर्ण, मांस में भरा है दूध,
गन्ने के रस में मिठास,
इसका सत्त्व, बाहर आने तक, गुण का मालिन्य दूर नहीं होगा,
इष्टलिंग के प्रति, विश्वास दृढ़ न होने तक,
शिला गुण का मालिन्य दूर नहीं होगा।
दूर न होने तक ज्ञान शून्य नहीं, हे कामधूम धूळेश्वर! / 1936 [1]

शुक्ल, शोणित, मज्जा, मांस, भूख, प्यास,
व्यसन, विषयादि में एक ही हैं।
कृषि व्यवसाय तरह-तरह के होते हैं,
लेकिन ज्ञान पाने की आत्मा सिर्फ एक है।
किसी भी कुल के क्यों न हो, ज्ञान पाने से ही
पर-तत्व की अनुभूति मिलेगी,
भूलने से मायामल संबंधी होगा।
इस प्रकार दोनों को समझो मत भूलो
छेनी, खड्ग, हथौड़े के अधीन न हो।
जान लो निजात्माराम रामना। / 1932[1]

References

[1] Vachana number in the book "VACHANA" (Edited in Kannada Dr. M. M. Kalaburgi), Hindi Version Translation by: Dr. T. G. Prabhashankar 'Premi' ISBN: 978-93-81457-03-0, 2012, Pub: Basava Samithi, Basava Bhavana Benguluru 560001.

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