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कंबद मारितंदे (1160)

पूर्ण नाम: कंबद मारितंदे
वचनांकित : कदंबलिंग
कायक (काम): मछुआरा (Fisherman)

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कई जन्मों में आकर भी
खुशहाल से बातें करके भी
कई लक्षणों में शृत दृष्ट अनुमानों को
लक्ष्य कर बात करते समय,
क्या ठीक है, क्या गलत है, की पहचान रखनी चाहिए।
जानता हूँ; समझ न बोलते,
नीतिवान है; समझ चुप न रहते
उस समय की नीति को समझ
सात्विक लक्षणों में रहनेवाले का
लक्षण ही देखने योग्य है।
कदम्ब लिंग। / 1614 [1]

मारितंदे मछुआरा थे। 'कदंबलिंग' अंकित के इनके 11 वचन मिले हैं। अपनी वृत्ति-परिभाषा का अत्यंत सशक्त रूप से उपयोग कर आध्यामिक विषय का प्रतिपादन करना यहाँ की विशेषता है। मत्स्य का ज्ञान के संकेत के रूप में यहाँ उपयोग करना विशिष्ट है।

References

[1] Vachana number in the book "VACHANA" (Edited in Kannada Dr. M. M. Kalaburgi), Hindi Version Translation by: Dr. T. G. Prabhashankar 'Premi' ISBN: 978-93-81457-03-0, 2012, Pub: Basava Samithi, Basava Bhavana Benguluru 560001.

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